भगवान शिव को विनाशक क्यों कहा जाता है / why lord shiva is called as destroyer
हम आपको सनातन धर्म से जुड़े सभी बातें और कहानियां बताते हैं जिससे आप सनातन धर्म और इसकी संस्कृति को समझ सके | हमारे ब्लोग्स आपकी मदद करते है खुद को एक बेहतर इंसान बनाने में | हम आपको शास्त्रों और कई किताबों की वोह बातें बताते हैं जो आपको नहीं पता होगी या जिसके पीछे का विज्ञान आप नहीं जानते है |
हम सभी कई बार अपने जीवन में यह सोचते है की
हमें दान करना चाहिए और एक दुसरे की ज़रुरत मंद लोगों की मदद करनी चाहिए | और कई
बार कई लोग ऐसा सुंदर विचार करके इस अछे काम को अंजाम भी देते हैं और कुछ लोग बस
अपने मन में इस विचार को टाल देते हैं | और जो लोग ऐसा करते हैं वोह कई बार कुछ
लोगों के सामने अपने गुडगाँ करने में लग जातें है की मैंने यह किया मैंने वोह किया
और जो कुछ भी आशीर्वाद उन्होंने कमाया होता है वोह भी ख़तम कर लेते हैं | हिन्दू धर्म
के शास्त्रों में यह बात साफ़ साफ़ लिखी मिल जाती है की दान करी हुई चीज़ कभी भी बताई
नहीं जाती की हमने क्या दान किया और अगर कोई पूछे भी तोह भी उस बात को सबके सामने
नहीं लाना चाहिए | लेकिन लोग यह सब नहीं समझते हैं |
और कुछ लोगों को दान देने में भी संदेह होता है
, की
यह चीज़ दान करना सही भी है या नहीं | कहीं इस चीज़ का दान करने से कोई देवता नाराज़
तोह नहीं हो जायेंगे | और यही सब सोच कर वोह बहुत प्रकार के दान नहीं करते हैं | जैसे
बहुत से लोग कहते हैं की दूध नहीं दान करना चाहिए और बहुत से लोग यह कहते हैं की
गेहूँ नहीं दान करना चाहिए, शनिवार को नहीं दान करना चाहिए और रवीवार को दान नहीं
करना चाहिए | मगर ऐसा कुछ भी नहीं होता है आप सच्चे मन से कृष्णा का नाम लेकर जो
कुछ भी दान करते हैं वोह सब कुछ अच ही होता है और किसी भी प्रकार का वास्तु दोष नहीं
लगता है | आप को दान मांगने वाले की नियत देखनी चाहिए और यह समझना चाहिए की उसके
लिए क्या सही होगा और क्या गलत | अब दान कैसे करें और कब करें इस बात पे मैं एक
अलग ब्लॉग लिख दूँगा | अब जल्दी से जानते हैं की वोह एक दान कौन सा है जीको करके
आप हर तरीके से सबसे बड़ा दान कर सकते है, इस एक दान को करने से आप को हर तरह के
दान नहीं करने पड़ेंगे, बस यह एक दान आपको सरे पुण्य दिला देगा |
सबसे बड़ा दान वोह होता है जिसकी आप के पास भी
कमी होती है मगर फिर भी आप उसे किसी और को देदें | जैसे की आप के पास पहनने के लिए
कपडे नहीं हैं मगर फिर भी यदि कोई आप से कपडे मांगे तोह जितने भी कपडे आप के पास
हैं उनमें से ही निकल कर आप किसी को देदें |
अब इसमें कन्यादान बहुत बड़ा दान मन जाता है और
वोह इस सूची में शामिल होता है क्योंकि कोई माता पिता अपनी बेटी दे रहे हैं अब
उनके पास भी कमी हैं बेटियों की उनके पास
अगर 10 बेटी
भी हैं फिर भी माता पिता के लिए हर बच्चा उसको प्यारा होता है और इस तरह का दान त्याग
भी मन गया है और हिन्दू धर्म में भी इसको सर्वोपरि माना गया है |
टफ इस तरह का दान करने से आप वाकई में भगवान की
नज़रों में महँ बन जायेंगे और समाज की नज़रों में भी, अब अगर कोई अपनी ज़िन्दगी को
दान कर रहा है जैसे की देश के जवान जोकि हमारी रक्षा कर रहे हैं वोह भी इसी सूची
में शामिल होते हैं जैसे जब महर्षि धधीची से उनकी हड्डियाँ मांगी गयी वज्र बनाने
के लिए तोह उन्होंने ख़ुशी ख़ुशी देदी |
हम सभी के पास ज़िन्दगी सिर्फ एक ही होती है और
फिर भी यदि हम सही काम के लिए अपने जीवन को दान कर दें तोह उससे बड़ा दान कोई भी
नहीं हो सकता है | जैसे की अभी कोरोना के समय एक बूढी माता ने अपनी 500 रूपए की सैलरी में से 400 रूपए दान में दे दिए
ताकि बाकि सभी का इलाज हो सके, अब यहाँ पर वोह माता बड़े से बड़े अमीर लोगों से भी
ज्यादा दानी कही जाएँगी |
इसलिए जो भी चीज़ किसी के पास खुद कम है और अगर
उसके बावजूद वोह उसमें से कुछ हिस्सा ज़रुरत मंदों के लिए अलग कर दे तोह वोह बहुत
ही अच दान होगा और वोह इंसान सबसे बड़ा दानी कहलायेगा |
धन्यवाद |
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